फसल बीमा: बैठक की अध्यक्षता मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने की. प्रभावित क्षेत्र के करीब 15.96 लाख हेक्टेयर और 27.36 लाख किसानों को यह सहायता दी जाएगी. 5 अप्रैल को हुई कैबिनेट बैठक में राज्य सरकार के माध्यम से लगातार हो रही बारिश को नई आपदा घोषित कर राहत देने का फैसला लिया गया. तदनुसार, राज्य आपदा प्रतिक्रिया निधि की संशोधित दरों और मानदंडों के अनुसार कृषि फसलों की क्षति के लिए सहायता प्रदान करने का निर्णय लिया गया है।
केंद्र सरकार ने राज्य आपदा मोचन निधि की दरों में संशोधन किया है। इसके अनुसार 2 हेक्टेयर की सीमा में कृषि योग्य फसलों की क्षति पर 8500 रुपये प्रति हेक्टेयर, बागवानी फसलों की क्षति पर 17 हजार रुपये प्रति हेक्टेयर और बारहमासी फसलों की क्षति पर 22500 रुपये प्रति हेक्टेयर की दर से अनुदान दिया जाएगा.
इस फैसले से 14.96 लाख हेक्टेयर प्रभावित क्षेत्र के 27.36 लाख किसानों को फायदा होगा. इस में
इससे पहले लगातार बारिश से नुकसान झेलने वाले किसानों को बिना मापदंड के 750 करोड़ रुपये की सहायता राशि बांट दी गई थी. हालांकि, इसके बाद राज्य सरकार ने सहायता के लिए मापदंड तय कर दिये थे.
हालाँकि, चूंकि कई किसान निर्धारित मानदंडों में फिट नहीं बैठते हैं, कैबिनेट ने मानदंडों में ढील देने और संशोधित दरों के अनुसार सहायता प्रदान करने का निर्णय लिया।